राजस्थान के दौसा जिले के किसान जैविक खेती से लाखो रु कमा रहे है। वही ऐसा ही एक किसान है जो जैविक खेती के साथ केचुए की खेती भी कर रहा है और अभी लाखो रु कमा रहा है।
इस किसान ने पहले केचुए का पालन शुरू किया था और उसके बाद जैविक खेती से बम्पर कमाई कर रहा है।
किसान जगदीश ने बताया कि कृषि विभाग की हेल्प से उसने केचुआ पालन शुरू किया और केचुआ पालने के बाद उससे जो खाद प्राप्त हुआ उससे जैविक खेती करने लगा। जैविक खेती करते करते वह अब फूल बगीचे की खेती भी करने लगा।
किसान ने बताया कि हाल ही उसने बगीचे के फूल लगाए है। जहां केचुआ पालने के लिए उसे कृषि विभाग की तरफ से 50000 हजार रु का अनुदान मिला था। जिसकी सहायता हुई और वह केंचुआ पालने के लिए प्रोत्साहित भी हुआ।
केचुआ खाद से हुआ अच्छा मुनाफा
किसान जगदीश प्रसाद ने बताया कि उसके द्वारा पहले गोबर में केचुए तैयार किया गया। इसके बाद जैविक खाद भी तैयार हो गया।
इस तैयार खाद को खेती में देने से खेती की उपज भी बढ़ने लगी और उपज के साथ साथ कीमत बढी। वह अन्य किसानो के मुकाबले महंगे दामों में गेहूं बाजरे सहित अन्य फसल को बेचकर अच्छा मुनाफा कमा रहा है।
किसानो को करनी चाहिए जैविक खेती
किसान जगदीश सैनी का कहना है कि जैविक खेती से फायदे ही फायदे है। एक तो खाने में जैविक खेती का अनाज अच्छा लगता है और गुणकारी भी होता है।
जैविक खेती से तैयार की गई फसल खाने के बाद किसी प्रकार का कोई रोग नहीं होता है और बाजार में भी अधिक भाव में बिकती है। इसलिए किसानो को जैविक खेती और केंचुए तैयार कर खेती जरूर करनी चाहिए।