राजस्थान एक ऐसा प्रदेश है जो अपनी खूबसूरती और पर्यटन स्थलों के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। राजस्थान में बहुत से ऐसे मंदिर भी है जो प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहते है।
जिस तरह से पुरे भारत में अलग अलग भगवान शिव के मंदिर है उसी तरह से राजस्थान के अलग अलग क्षेत्रो में बहुत से शिव मंदिर है जो बहुत प्रसिद्ध है।
आज हम आपके लिए राजस्थान के उन्ही प्रसिद्ध शिव मंदिरो के बारे में बताने वाले है जो अपनी विशेषता के लिए पुरे राजस्थान में प्रसिद्ध है। तो आइये जानते हैं –
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राजस्थान के प्रसिद्ध 3 शिव मंदिर
नालदेश्वर मंदिर, अलवर
ये प्रसिद्ध मंदिर राजस्थान के अलवर शहर लगभग 25 किलोमीटर दूर है। ये गांव अपने प्राचीन महादेव मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। इस मंदिर में एक प्राकृतिक शिवलिंग है जिसकी बड़ी संख्या में भक्त वर्ष भर पूजा करते हैं।
मानसून की पहली बारिश के बाद इस स्थान की सुंदरता कई गुना बढ़ जाती है और हर वर्ष हजारों लाखों श्रद्धालु दूर-दूर से दर्शन करने आते है।
घुश्मेश्वर महादेव मंदिर, सवाई माधोपुर
राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में है घुश्मेश्वर महादेव मंदिर। यह भारत के द्वादशों ज्योतिर्लिंग में अंतिम ज्योतिर्लिंग है। यह मंदिर शिवाड़ कस्बे में देवगिरी पर्वत पर बना हुआ है।
घुश्मेश्वर मंदिर पर महाशिवरात्रि पर 05 दिनों के विशेष मेले का आयोजन होता है और इस मेले में देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ता है। यह मंदिर लगभग 900 वर्ष पुराना बताया जाता है।
अचलेश्वर महादेव मंदिर, धौलपुर
राजस्थान के धौलपुर जिले में है अचलेश्वर महादेव मन्दिर। ये मंदिर राजस्थान और मध्य प्रदेश की सीमा पर है। जहां ये मंदिर है वो स्थान चम्बल के बीहड़ों के लिये प्रसिद्ध है।
सावन माह में इस मंदिर में बड़ी संख्या भक्त आते है। इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत है की यहाँ स्तिथ शिवलिंग जो कि दिन में तीन बार रंग बदलता है।
सुबह के समय शिवलिंग का रंग लाल, दोपहर के समय केसरिया और शाम के समय सांवला हो जाता है। लगभग हजारों साल पुराने मन्दिर की अपनी एक अलग ही आस्था है।