दोस्तों राजस्थान के भरतपुर के कई इलाकों में आज भी बड़े बड़े विशाल भंडारे आयोजित किए जाते हैं। इन भण्डारो में तैयार होने वाली प्रसादी को सुरक्षित रखने के लिए अद्भुत और अनोखे प्रयास अपनाएं जाते है।
भरतपुर ब्रज क्षेत्र में स्थित होने के कारण यहां के लोगों में गहरी आस्था है जो इन विशाल भंडारों का आयोजन करवाते है। इन भंडारों में बड़ी मात्रा में प्रसाद बनाई जाती है जिसे रखने के लिए लोग ट्रैक्टर ट्राली का सहारा लेते हैं।
ऐसा ही एक दृश्य भरतपुर के बयाना के कोट गांव में देखने को मिला, जहा कोट की देवी पर अखंड रामायण का पाठ आयोजित किया गया। रामायण के समापन के बाद एक विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में लोग आए थे।
इस भंडारे में प्रसादी के रूप में खीर, मालपुआ और सब्जी का आयोजन किया गया। प्रसादी को बड़ी मात्रा में सुरक्षित रखने के लिए ट्रैक्टर ट्राली का सहारा लिया गया जिसमें खीर को भर कर रखा गया इस दृश्य ने सभी को हैरान कर दिया।
भंडारे की खीर को ट्रैक्टरों में भरते हुए देखने पर लोग आश्चर्यचकित रह गए। भंडारा इतना विशाल था कि प्रसाद को रखने के लिए गांव से ट्रैक्टरों की व्यवस्था की गई।
पहले ट्रॉलियों को अच्छी तरह से साफ किया गया और बाद में इसमें खीर को रखा गया। यह भंडारा भरतपुर के बयाना क्षेत्र में कोट गांव में हुआ जहा भारी संख्या में लोगों की भीड़ आई।